साउंड और स्कोरिंग का ट्रायल अब तक नहीं मनीष
अग्रवाल ॥ नई दिल्ली
कॉमनवेल्थ गेम्स
शुरू होने में अब सिर्फ 10 दिन बचे हैं लेकिन अभी तक इसके लिए किसी भी गेम्स वेन्यू
से टीवी परदिखाए जानेवाले खेलों के लिए साउंड, कमेंट्री और स्कोरिंग का ट्रायल नहीं हो पाया है।
सूत्रों का कहना है कि यह काम 15 दिन पहले ही शुरू हो जाना चाहिए था। यह सारा काम
कॉमनवेल्थ गेम्स की ऑर्गनाइजिंग कमिटी को करना है।
एमटीएनएल ने करीब 500 करोड़ रुपये की लागत से सभी गेम्स वेन्यू, खेल गांव,
प्रगति मैदान और दिल्ली पुलिसमुख्यालय सहित दिल्ली की उन पहचान
वाले सभी पांच ब्यूटी स्पॉट पर करीब एक महीना पहलेकेबल बिछाने
का काम पूरा कर दिया है जो खेलों के दौरान दुनिया भर में प्रसारण करने और सुरक्षा के
काम आएंगी।
सूत्रों का कहना है कि जिन गेम्स वेन्यूमें खेल होंगे उन्हें टीवी पर प्रसारित करने से पहले
उनका ट्रायल करना बेहद जरूरी होता है। दुनिया के जिस भी देश में ऐसे खेल हुए
हैं वहां इसके लिए कम से कम 15 दिन पहले इनका ट्रायल शुरू हो जाता है। ट्रायल में
ऐसी कमियों का पता लग जाता है जिसमें किसी गेम्स वेन्यू से आवाज नहीं आ
रही है तो किसी से पिक्चर गायब हो रही है। किसी गेम्स वेन्यूमें यह भी कमी हो सकती है कि
वहां से कमेंट्री की आवाज ही साफ नहीं आ पा रही हैं।
यह सारी समस्याएं सुलझाने के लिए ही इनका ट्रायल करना जरूरी होता है,
लेकिन अभी तक इस काम के लिए ऑर्गनाइजिंग कमिटी गंभीर दिखाई नहीं दे
रही है। हां, दिल्ली पुलिस ने अपना काम जरूर बखूबी निभाया है और उसने सुरक्षा
इंतजामों के लिए सभी गेम्स वेन्यू से सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से इनपुट लेकर
अपना ट्रायल कर लिया है।
सूत्रों ने बताया कि सोमवार को जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम के लिए इस तरह का
ट्रायल जरूरकिया गया था, लेकिन ट्रायल के दौरान इसमें कई तरह की कमियां
सामने आईं। इन कमियों को पूरा करने के लिए इंजीनियरों गया। सूत्रों
ने बताया है कि अगर गेम्स केदौरान इस काम में किसी भी तरह की समस्या
आई या कुछ देर के लिए प्रसारण रुक गया तो देश की इज्जत इससे
दांव पर लग जाएगी।
source: http://navbharattimes.indiatimes.com/articleshow/6613770.cms
Last edited: 23-Sep-10 07:49 PM